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हेल्लो दोस्तों आज में आपको एक दोस्ती की कहानी सुनाने जा रही हो,,दोस्ती का एक एक पल हमारे ज़िंदगी का कितना खास बन जाता है ये हमे पता ही चलता है |
एक स्कूल में निशा नाम की लड़की पढ़ती थी , और उसी के क्लास में तान्या नाम की भी लड़की पढ़ती थी वो दोनों ९ क्लास से ही साथ पढ़ती थी लेकिन एक दुसरे से कभी अछे से बात नहीं की थी और ना ही दोस्त थी लेकिन इन दोनों को मिलना ही था |
११ क्लास में आने के बाद निशा की जितनी ग्रुप की लडकिया थी सब अलग-अलग सब्जेक्ट ले ली और निशा की बेस्ट फ्रेंड निहारिका भी कॉमर्स ले ली, जिसके वजय से निशा अकेले पड़ गयी , लेकिन निशा और तान्या एक ही सब्जेक्ट लिया और एक ही क्लास साथ पड़ी लेकिन फिर भी एक दुसरे को जानते हुए भी दोनों एक दुसरे से बात नही करती थी……इसके वजय थी की निशा बहुत ही गंभीर लड़की थी और तान्या टॉम बॉय टाइप की लड़की थी, इसीलिए निशा तान्या को पसंद नही करती थी लेकिन दूसरी तरफ तान्या निशा से दोस्ती करना चाहती थी |
निशा के सिट पर पूजा और नेहा आकर बैठने लगी और निशा का अकेलापन दूर होने लगा लेकिन तान्या भी निशा से दोस्ती करना चाहती थी , एक दिन तान्या स्कूल जल्दी आ गयी और निशा के सिट पर बैठ गयी जब निशा ने तान्या को अपने सिट पर देखि तो बहुत गुस्साई और तान्या से कही —“तुम यहाँ क्यूँ बैठी हो ” तब तान्या ने बोला –“यर मुझे यहाँ बैठा लो क्यूंकि यहाँ सिर्फ तीन ही लडकिया बैठी है ”
इस तरह दोनों में बहस हो जाती है बाद में पूजा के आने के बाद और उसके कहेने पर निशा तान्या को बैठा लेती है लेकिन फिर दोनों में बातें नही होती थी इस तरह दो महिना बीत गया और बातें नही हुई |
लेकिन किस्मत में दोनों का मिलना लिखा था हुआ ये की पूजा और नेहा स्कूल बहुत कम आने लगी और इस तरह निशा पढ़ाई से जुडी बातें तान्या से करने लगी और अपनी अपनी बातें करने लगी लेकिन फिर भी दोनों में दोस्ती उतनी नही थी जितनी होनी चाहिए |
एक दिन बातो – बातो में ही निशा ने अपनी स्टोरी लिखने की बात कही और ये भी कहा की उसने एक स्टोरी लिखी जो किसी को भी नही सुनाई है लेकिन तान्या के जीद करने पर निशा वो स्टोरी तान्या को सुनाया और वो स्टोरी तान्या को बहुत अच्छा लगा , तब उस दिन निशा खुद अपने अपने आपको तान्या के करीब समझने लगी और उसे दोस्त मानने लगी और एक दिन तान्या ने अपने दिल की बात निशा से कहा की –“वो उससे ९ क्लास से दोस्ती करना चाहती ” ये बात सुनते ही निशा ने बोला–“तो तुमने तब क्यूँ नही किया ” तब तान्या ने कहा –“क्यूंकि तुम मुझसे बात नही करती थी और मेरी तरफ देखती भी नही थी “|
उस दिन से उन दोनों में बहुत गहरी दोस्ती हुई और इतनी गहरी की वो दोस्ती फॅमिली फ्रेंडशिप में बदल गयी |
सच में एक कहानी ने दो दोस्तों की कहानी लिख दिया , और आज यही मेरी दोस्ती मेरे लिए यादगार बन गयी सच में शिवांगी मेरी बहुत अच्छी दोस्त है और मेरी कहानी ने मुझे मेरी दोस्त से मिलाया ,,,,
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